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लेखनी कहानी -11-Jul-2022 मुक्तक : प्यार का इम्तिहान

मुक्तक  : प्यार का इम्तिहान 


आंसुओ  का समंदर तो हर कोई देता है "हरि" 
प्यार  का  दरिया बन जाओ  तो कोई बात बने
प्यार कोई इम्तिहान नहीं  जिसमें पास फेल हों
प्यार के अहसास में डूब जाओ तो कोई बात बने

श्री हरि
11.7.22


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8 Comments

Swati chourasia

12-Jul-2022 05:43 AM

Very nice

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Shnaya

11-Jul-2022 11:13 PM

शानदार प्रस्तुति 👌

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Seema Priyadarshini sahay

11-Jul-2022 03:20 PM

बह ुत खूब

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